पिता की अर्थी को कंधा दी नौ बेटियां
मोदरान न्यूज
जेजे राजपुरोहित
बाकां [बिहार] से खबर
06/04/2017
पिता की अर्थी को कंधा दी नौ बेटियां
बेटियां बेटों से कम नहीं होती चाहे बात व्यवहारिक जीवन की हो या फिर सामाजिक जीवन की. जरुरत पड़ने पर वो बेटों का फर्ज भी निभाने से पीछे नहीं हटतीं|
इसकी बानगी एक बार फिर से बिहार के बांका में देखने को मिली जहां एक साथ नौ बेटियों ने अपने पिता को अंतिम विदाई दी और अर्थी को कंधा दिया. बांका के कटोरिया थाना निवासी व्यवसायी चुन्नीलाल शाह की किडनी की बीमारी के मंगलवार को इलाज के दौरान मौत हो गई. इसके बाद उनका शव बांका लाया गया|
कटोरिया से दाह संस्कार के लिये सुल्तानगंज ले जाने के दौरान मृतक की सभी नौ लड़कियों ने पिता की अर्थी को कंधा दिया. जानकारी के मुताबिक मृतक की केवल नौ बेटियां ही थीं और उनका कोई पुत्र नहीं था. बेटियों को पिता के शव के साथ दहाड़ मारता देख मुहल्ले के लोग भी गमगीन हो गये|
पिता की अर्थी को कंधा देने वाली पुत्री माला ने बताया कि भाई नहीं रहने का पिता समेत हम बहनों को कोई अफसोस नहीं है क्योंकि हमने पिता की अर्थी को कंधा देकर पुत्र धर्म भी निभाया है|
मृतक के सबसे छोटे दामाद विभूति कुमार ने बताया कि घर में केवल बेटियां होने के बादजूद सभी लड़कियां हमेशा लड़को के फर्ज को निभाती रही हैं और इसी कड़ी में पिता के दाह संस्कार के वक्त अर्थी को भी कंधा दिया|
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