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सिरोही:नकली घी के साथ साथ स्मोक का गढ बन रहा है पिंडवाडा.

सिरोही ; पिंडवाड़ा नकली घी के साथ स्मैक का बन रहा हैं गढ़,

सिरोही ।
MODRAN NEWS
आदिवासी बहुल पिण्डवाड़ा नकली घी के साथ स्मैक का गढ़ बन रहा है। तथ्य चौंकाने वाला पर हकीकत यही है। पुलिस ने हाल ही यहां कार्रवाई कर स्मैक बेचने के आरोपित को दबोचा है।
वही पिंडवाड़ा के नकली घी के मामले सिरोही थाने में और पिंडवाड़ा थाने में दर्ज के साथ माल बरामदगी और गिरफ्तदारी तक पूर्व में हो चुकी है।
बताया जाता है की कुछ माह से नकली घी तस्करी  का धंधा तेजी से बढ़ा है जिसमे माल परिवहन का तरीका बदल दिया है लग्जरी कारो व् वाहनों में औरते भी लिप्त होती है और लग्जरी गाडियो में खूबसूरत ओरतो पर कोई सक ना करे इस कारण यह पुलिस की आखो में धूल जोक निकल जाते है।
ए एस पी प्रेरणा शेखावत की सक्रियता से दो नंबरी यो में दहशत तो है पर बताया जाता है की asp प्रेरना शेखावत अपने लक्ष्य से पीछे नहीं मुड़ती और कार्य के अंजाम तक अपने विवेक से पहुच जाती है।
घी बेचने से ऑर्डर लेने तक का कार्य भी ओरते करती है।
कमाई की लालच में इंसान इतना अँधा हो जाता है यह अंदाजा इसी बात से लगा सकते है की गैरकानूनी कार्य में औरतों को आगे करना सर्मशार करने के साथ आदमी के नाम पर पानी में नाक डुबो कर मरो वाली कहावथ को भी चरिताथ व् सर्मसार करती है।

दो माह पहले सिरोही में पकड़े गए स्मैक के आरोपित ने भी पिण्डवाड़ा से माल खरीदना बताया था। ये मामले स्पष्ट करते हंै कि पिण्डवाड़ा  स्मैक माफिया का गढ़ बनता जा रहा है। पुलिस ने भी एक-दो कार्रवाई के अलावा बड़ा हाथ नहीं मारा। फौरी कार्रवाई के कारण स्मैक माफिया आसानी से इस काम को अंजाम दे रहा है। पिण्डवाड़ा क्षेत्र उदयपुर के ठेठ आदिवासी इलाकों से सटा हुआ है। रेल मार्ग से भी कनेक्टिविटी है। इस कारण अन्य जगहों से भी यहां आसानी से माल लाया जा सकता है। ये सभी कारण ड्रग्स माफिया को शह देने के लिए काफी हैं।फिर सख्त कार्रवाई का अभाव भी इनको बढ़ावा दे रहा है।  युवा स्मैक व गांजे की जद में आ रहे हैं। युवा पीढ़ी को बचाने के लिए विशेष प्रयास की दरकार है। इसके लिए नशे का कारोबार रोकने की दिशा में सख्त कदम उठाने होंगे। पुलिस को न केवल मुखबिर तंत्र मजबूत करना होगा बल्कि लोगों में भी जागरूकता लानी होगी।
नसों में स्मैक का नशा
स्मैक के आदी हो चुके युवाओं को दिनभर में कम से कम दो-तीन बार इसकी तलब लगती है। नसों में घुसा यह नशा युवाओं को खोखला कर रहा है। ऐसे युवा किसी भी तरीके से तलब मिटाने की कोशिश में रहते हैं। दो-तीन युवा एक साथ मिलकर भी थोड़ा-बहुत माल खरीदते हैं, ताकि कम पैसों में तलब मिटा सके।
केस-1
जुलाई में कोतवाली पुलिस ने झालरा मस्जिद के समीप निवासी मोहम्मद हनीफ कुरैशी को 1.32 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया था। प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि वह पिण्डवाड़ा से माल लाता है। पुलिस ने वहां दबिश दी, मुख्य आरोपित हाथ नहीं लगा।
केस-2
गत 10 अक्टूबर की रात को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने पिण्डवाड़ा स्थित वेल्लाजी गली के मकान में दबिश दी। वहां से महेशकुमार उर्फ मामा पुत्र छोटालाल जैन को गिरफ्तार किया। उसके पास से 19 पुडिय़ा में 4 ग्राम स्मैक जब्त की गई।

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