Gandhi Jayanti 2017 : इस कारण से नोट पर छापी जाती है Bapu की तस्वीर
मोदरान न्यूज India,
Today राष्ट्रपिता Mahatma Gandhi की 148वीं जयंती है, आज हम आप लोगों को अपनी खबर के माध्यम से bapu के बारे में कई ऐसी बताने जा रहे हैं जिनसे शायद आप अब तक अंजान हैं. क्या आपने कभी सोचा है कि रोजमरा की जिंदगी की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारतीय मुद्रा पर गांधी जी की ही तस्वीर क्यों छपी होती है और इस तस्वीर को आखिर कहां से लिया गया है. नहीं, तो आइए जानते हैं बापू जी की तस्वीर और नोट पर गांधी जी की फोटो के पीछे की कई दिलचस्प बातें.
कब से हुई शुरुआत
Reserve Bank के मुताबिक, साल 1996 में गांधी जी वाले नोट चलन में आए, इसके बाद 5,10,20,100,500 और 1000 रुपए वाले नोट छापे गए. नोट पर अशोक स्तंभ की जगह राष्ट्रपिता Mahatma Gandhi की फोटो और अशोक स्तंभ की फोटो नोट के बाईं तरफ निचले हिस्से पर प्रिंट करने जाने लगी.
1996 से पहले का इतिहास
जैसा कि हमने अभी आपको ऊपर बताया कि 1996 में Gandhiji वाले नोट चलन में आए थे लेकिन इससे पहले 1987 में Mahatma Gandhi की तस्वीर को वाटरमार्क के रूप में इस्तेमाल किया जाता था, जो नोट के बाईं तरफ दिखाई देते थे.
आखिर क्यों छापी जाती है Bapu की तस्वीर
इस बात का जवाब ये है कि एक आरटीआई में ये बात सामने आई कि 1993 में Reserve Bank ने नोट के दाहिनी तरफ Mahatma Gandhi की तस्वीर छापने की सिफारिश केंद्र सरकार से की थी, लेकिन हमेशा से एक बात पर बहस होती आई है कि गांधी जी की तस्वीर की जगह अन्य स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीर क्यों नहीं छापी गई.
क्यों लिया गया Gandhi की photo छापने का फैसला
Mahatma Gandhi को राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में माना जाता है, बापू राष्ट्रपिता की उपाधि हासिल कर चुके गांधी उस वक्त राष्ट्र का चेहरा थे, इसी कारण नाम पर फैसला लिया गया था.
कहां से आई नोट पर छपने वाली गांधीजी जी की फोटो
क्या आप जानते हैं कि नोट पर छपने वाली Mahatma Gandhi की तस्वीर के पीछे का क्या राज है, बता दें कि ये तस्वीर 1946 में खिंची गई थी और ये असली तस्वीर है. यह फोटो उस वक्त की है जब वो जब लार्ड फ्रेडरिक पेथिक लॉरेंस विक्ट्री हाउस में आए
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