राजस्थान के इस गांव में इंसान जाता जरूर है लेकिन वापस आता नहीं है, जानिए कहानी
2 Oct. 2017
Modran News
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नमस्कार दोस्तों आज हम आपको बताने जा रहे है राजस्थान के एक ऐसे गांव के बारे में जो एक श्राप के कारण 170 सालो से वीरान है। राजस्थान के इस गांव का नाम 'कुलधरा' है जो जैसलमेर जिले में आता है।
इस गांव के लोग रातो-रात गांव छोड़ कर चले गए और श्राप दे गए की यहाँ कोई बस नहीं पायेगा, तब से यह गांव सुनसान है। कुलधरा जैसलमेर से 18 किमी. दूर है।
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कहा जाता है कि गांव पर आत्माओ का कब्ज़ा है। इस गांव को पालीवाल ब्राह्मणों ने बसाया था, पालीवाल बहुत मेहनती थे उन्होंने जैसलमेर जैसे रेगिस्तान में भी खेती कर कर फसले ऊगा दी। 600 घरो वाले इस गांव का निर्माण 1291 में वैज्ञानिक तरीके से हुआ था। ऐसे गांव के खाली होने की वजह था दीवान सालम सिंह जिसकी गन्दी नजर गांव की एक सुन्दर लड़की पर थी। उसने गांव वालो को धमकी दी की अगर लड़की उसे नहीं दी तो वह गांव पर हमला कर देगा। गांव वालो के लिए समस्या थी की गांव बचाये या बेटी। 84 गांव एक साथ एकत्रित हुए और निर्णय लिया कि किसी भी हाल में लड़की को उसे नहीं देंगे और सभी ने रातो-रात गांव छोड़ दिया। जाते-जाते उन्होंने श्राप दिया कि यहाँ कोई बस नहीं पायेगा, तब से यह वीरान पड़ा हुआ है।
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आज यह गांव एक टूरिस्ट प्लेस बन चूका है जहाँ सैलानी दिन में गुमने आते है। प्रशासन ने गांव कि सिमा पर एक गेट बनवाया है, दिन में लोग गुमने आते है और रात को किसी की अंदर जाने की हिम्मत नहीं होती है।
बहुत से ऐसे मामले भी आये थे कि गांव में कुछ परिवार दाखिल तो हो गए मगर उसके बाद वे सब कहा गए किसी को नहीं पता।
पेरानार्मल सोसायटी की टीम ने कुलधरा में जाँच पड़ताल की थी और उन्होंने बताया कि रिसर्च के दौरान हमने महसूस किया कि किसी ने हमारे कंधे पर हाथ रखा हुआ है लेकिन जब मुड़ कर देखा तो वहां कोई नहीं था। घोस्ट बॉक्स के जरिये उन्होंने वहां पर कई सारी आत्माओ से सवाल भी पूछे।
कुलधरा जैसे हॉन्टेड स्थान का विश्व में सबसे डरावने स्थानों में नाम आता है।
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