कस्बे के आपेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि के बाद चल रहे सात दिवसीय मेले में बुधवार को लोगों को हुजुम उमड़ा
रामसीन. कस्बे के आपेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि के बाद चल रहे सात दिवसीय मेले में बुधवार को लोगों को हुजुम उमड़ा। अमावस्या पर मंदिर को आकर्षक रोशनी व फूल मालाओं से सजाया गया। लोगों ने आपेश्वर महादेव के दर्शन कर प्रसादी का भोग लगाया। मंदिर में भक्तों भगवान भोले नाथ का जल व दूग्ध से अभिषेक कर प्रदेश में खुशहाली की कामना की। मंदिर में पूरे दिन बम-बम भोले व ओम नम: शिवाय के मंत्र गूंजते रहे। मेले में सुबह से लोगों की भीड़ उमडऩा शुरू हो गई। जो देर शाम तक जारी रही। मेले में लगी हाट पर ग्रामीणों ने जमकर खरीददारी की। वहीं बच्चों के साथ बड़ो ने भी झूलों का आनंद लिया। मेले में खान-पान व चाट की दुकानों पर भी पूरे दिन लोगों की भीड़ लगी रही। मंदिर परिसर में रात में भजन संध्या का आयोजन हुआ। भजन संध्या में गायक कलाकरों ने भगवान भोलेनाथ के एक से बढ़कर एक शानदार भजनों की प्रस्तुति दी। इस मौके पर हिरालाल टेलर, तुलसीराम रावल, जितेन्द्रसिंह राठौड़, दौलतसिंह काबावत, ईश्वरसिंह राठौड़, भानाराम बोसिर, शांतिलाल व्यास, सोनू सांखला, किशोर प्रजापत, जगदीश राव, भवानी राव व ललीत राव सहित कई लोग मौजूद थे।
रामसीन में महादेव की आदमकद मूर्ति
जागनाथ मंदिर में मेला
नारणावास. जागनाथ महादेव मंदिर प्रांगण में बुधवार को वार्षिक मेला आयोजित किया गया। मेले को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह रहा। अल सुबह से ही नया नारणावास, नारणावास,बागरा, देवदा, मोक, जालोर, डूडसी, नागणी, धवला, धानपुर, सांथू, भेटाला, नबी, आडवाड़ा सहित सैकड़ों गांवों के श्रद्धालु मेले में पहुंचे।श्रद्धालुओं के आने का क्रम अपराह्न तक जारी रहा।मेले में दुकानों से बच्चों ने अपनी पसंद के खिलौने खरीदे। श्रद्धालुओं ने अपनी पसंद का जरूरतमंद वस्तुओं की खरीदारी की। इस दौरान भोले शंकर एवं जागनाथ महादेव के जयकारों से मंदिर गूंज उठा। श्रद्धालुओं ने दुग्धाभिषेक एवं जलाभिषेक भी किया। साथ ही प्रसादी चढ़ा कर खुशहाल जीवन की कामना की। श्रद्धालुओं की रेलमपेल से मंदिर का वातावरण भक्तिमय हो गया। वार्षिक मेले के अवसर पर मंदिर की विशेष सजावट भी की गई। जागनाथ महादेव को फूलों से शृंगार कर सजाया गया। कार्यक्रम के दौरान सभा में जागनाथ महादेव मठ के महंत महेंद्र भारती ने कहा कि मेले के अवसर पर जागनाथ महादेव के दर्शन का विशेष महत्व है। श्रद्धालुओं में जागनाथ मंदिर के प्रति श्रद्धालुओं में गहरी आस्था है। विष्णु भारती, पुजारी केशाराम ने भी विचार व्यक्त किए।.
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