*लोकसभा चुनाव स्पेशल स्टोरी, लोकसभा क्षेत्र जालोर सिरोही*
जालोर सिरोही जिले में कई जगह देवजी पटेल का विरोध---
रतन देवासी को मिल रहा है भारी समर्थन--------
कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशियों द्वारा किया जा रहा गाँवों में जनसंपर्क-----
एक दूसरे पर लगा रहे आरोप प्रत्यारोप------
देवजी के प्रति लोगों में कार्य नही करवाने पर रोष, जनता जनसभाओं में ही मांग रही जवाब-----
रतन देवासी को मिल रहा अपार जनसमर्थन-----
नया चेहरा होने के कारण रतन देवासी का पलड़ा भारी----
जालौर/सिरोही
मोदरान न्यूज
जालोर ब्यूरो रिपोर्ट
जालोर सिरोही लोकसभा चुनाव की तिथी जैसे जैसे नजदीक आ रही है, उसी प्रकार चुनावी माहौल भी गर्म होता दिखाई दे रहा है। जहां भाजपा से देवजी पटेल उम्मीदवार है, तो दुसरी तरफ कांग्रेस से रतन देवासी मैदान मे है। वही शिवसेना से विजय श्री राजपुरोहित भी मैदान में है। क्षेत्र में जहां विकास को दिखा जाए तो पिछले दस साल से भाजपा प्रत्याशी देवजी पटेल ने विकास के नाम पर जनता के लिए कोई विशेष कार्य नही किया है।आपको बता दे कि जालोर सिरोही जिले की जनता अब जागरूक हो गई है, पिछले 10 वर्षों में सांसद देवजी पटेल के द्वारा किया गया विकास कार्यों का हिसाब पुछ रही हैं । पिछले 10 वर्षों में देवजी पटेल ने जालोर सिरोही जिले में आमजन का एक भी काम नही किया। जिसके चलते अब जनता जनसभाओं में देवजी पटेल का हर जगह से विरोध कर रही हैं । वहीं कांग्रेस प्रत्याशी रतन देवासी को जालोर सिरोही जिले में आमजन का हर जगह से विकास के नाम पर भारी समर्थन मिल रहा है।चुनावी मैदान में कुल 15 प्रत्याशी अपने भाग्य आजमा रहे हैं ।परन्तु मुख्य रूप से तीनों प्रत्याशियों के मुख्यालय पर चुनाव कार्यालयों का भी उद्घाटन हो गया है। वही पार्टीयों के कार्यकर्ता भी अपने अपने उम्मीदवारों का प्रचार करते नजर आ रहे है। वही जालोर सिरोही सीट से शिवसेना उम्मीदवार विजयश्री राजपुरोहित भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ में गांवों का दौरा कर जनता से रूबरू हो रही है। बहुजन मुक्ति मोर्चा के भंवरलाल सुखाडिया भी अपनी जीत के लिए ऐडी चोटी का जोर लगा रहे हैं।लोकसभा क्षेत्र जालोर-सिरोही की पांच विधानसभा क्षेत्रों का समीकरण है।जालोर जिले की 5 विधानसभा सीटें और सिरोही जिले की 3 विधानसभा सीटों को मिलाकर लोकसभा क्षेत्र बना जालोर संसदीय सीट पर कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों के राष्ट्रीय नेता भी चुनाव लड़े और जीते भी, इतना ही नहीं देश के बड़े पदों पर भी पहुंचे लेकिन नहीं हुआ तो जालोर का विकास जालोर आज भी शिक्षा, चिकित्सा, रेलवे सुविधा, रोडवेज बसों की सुविधा लग्जरी बसों की सुविधा सहित कई क्षेत्रों में पिछड़ा हुआ जिला है। जिला मुख्यालय को उपखंड मुख्यालय से जोड़ने वाली मुख्य सड़क अभी तक हाईवे नहीं बनी। विकास में इतना पिछड़ा जिला होने के बावजूद नेताओं का कोई खास फोकस जिले पर नहीं रहा। भाजपा ने जाति समीकरण को देखते हुए तीसरी बार देवजी पटेल को चुनावी मैदान में टिकट देकर उतारा है। देवजी पटेल दो बार लगातार जालोर से लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं इस बार यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि तीसरी बात देवजी पटेल जीतकर हैट्रिक लगाते हैं तो देवजी पटेल को केंद्र में अगर मोदी सरकार बनी तो बड़ी जिम्मेदारी भी मिल सकती है जिससे जालोर के लोगों को विकास की उम्मीद भी है । जाति समीकरण के साथ ही भाजपा को मोदी के नाम पर भी नैया पार होने की उम्मीद है। वहीं जिले में लोगों पर मोदी का सीधा प्रभाव है ऐसे में मोदी लहर से भी जालोर में भाजपा को फायदा होगा। तो वही कांग्रेस ने रानीवाड़ा के पूर्व विधायक व पूर्व मुख्य उप सचेतक रतन देवासी को लोकसभा चुनाव में टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा रतन देवासी रानीवाड़ा से लगातार दो विधानसभा चुनाव में हार चुके हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को जालोर से लोकसभा चुनाव में उतारने को लेकर पहले मुख्यमंत्री ने जालोर सीट का कई बार फीडबैक लिया, लेकिन ऐन वक्त पर वैभव गहलोत को जोधपुर से फाइनल कर लिया गया। जिससे जालोर सीट पर रतन देवासी को चुनावी मैदान में टिकट देकर उतारा । कांग्रेस ने जालोर से लगातार बीते 15 सालों से हारने के चलते इस बार जाति समीकरण फैक्टर को भी देखते हुए प्रत्याशी को चुनावी मैदान में टिकट दिया है। एक और भाजपा ने कलबी चौधरी को चुनावी मैदान में उतारा लेकिन कांग्रेस द्वारा बीते दोनों लोकसभा चुनाव में कलबी चौधरी का चेहरा जीत नहीं पाया इसके चलते इस बार जाति समीकरण को लेकर देवासी बाहुल्य क्षेत्र होने से रतन देवासी को टिकट दिया है। इस बार दोनों पार्टियों में टक्कर होगी लेकिन देखना होगा कि जालोर सीट से भाजपा वापसी करेगी या कांग्रेस भाजपा के गढ़ में सेंध लगाने में सफल रहेगी।जालोर सिरोही लोकसभा सीट के भाजपा उम्मीदवार देवजी पटेल ने अपने दस साल के कार्यकाल में क्षैत्र के लिए कोई विशेष रूप से जनता के कार्य नही करवाए । जिसका जनता में खासा रोष देखा जा रहा है। वो अपने कार्यकाल के दौरान जनता के बीच में भी कम दिखाई दिए। जिसको लेकर भी लोगों में भाजपा के प्रति रुजान कम दिखाई दे रहा है।जालोर सिरोही लोकसभा क्षेत्र में कुल आठ विधान सभा क्षेत्र है । जिसमें जालोर जिले में पांच क्रमश: आहोर, जालोर, भीनमाल, रानीवाडा तथा सांचोर है । इनमें से आहोर, जालोर, भीनमाल व रानीवाडा में भाजपा के विधायक जीते हुए हैं जब कि सांचोर के विधायक कांग्रेस पार्टी के हैं । जालोर, सिरोही एवं पाली तीनो जिले से एक मात्र सांचोर विधायक ही कांग्रेस के होने के कारण वे राज्य मंत्री मण्डल में स्थान पाने में सफल रहे ।इसी प्रकार सिरोही जिले में रेवदर तथा आबू के विधायक भी भाजपा से हैं । मात्र सिरोही मुख्यालय से संयम लोढा निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में विजयी रहे थे । उन्होंने कांग्रेस पार्टी को समर्थन दे दिया था । अभी कांग्रेस पार्टी द्वारा उनका निष्कासन रद्द कर दिया तथा उन्हें पार्टी में वापस ले लिया गया है।अपने दस वर्षो के कार्यकाल में विकास कार्य नहीं कराने के कारण मतदाताओं में भयंकर रोष झेल रहे देवजी पटेल का अब मोदी ही एक सहारा है तथा मोदी के नाम पर वोट मांगे जा रहे हैं ।कांग्रेस से रतन देवासी लोकसभा चुनाव का प्रत्याशी रानीवाड़ा से रह चुके है पूर्व विधायक वही गहलोत सरकार में पूर्व उप मुख्य सचेतक भी रहे तो रानीवाड़ा से विधानसभा चुनाव में लगातार दो बार हार का सामना भी किया आपको बता दे की हाल ही विधानसभा चुनाव में महज 3400 वोटों से देवासी हारे है।देवासी के सामने लोकसभा चुनाव में बड़ी चुनौती कांग्रेस के घटे हुए वोट प्रतिशत को बढ़ाने की बड़ी चुनौती दे रहे हैं।लोकसभा चुनाव को लेकर मंगलवार को कांग्रेस और भाजपा के दोनों प्रत्याशी सायला उपखण्ड के दो दर्जन गाँवों का दौरा कर जनता से अपने अपने पक्ष में समर्थन माँगा। विभिन्न गाँवों के जनसंपर्क के दौरान सांसद देवजी पटेल पर स्थानीय लोगो ने भी विकास कार्य नही करवाने एवं पानी , बिजली को लेकर गुस्सा जाहिर किया। उधर कांग्रेस प्रत्याशी देवासी के पक्ष में जगह जगह देवजी की अपेक्षा देवासी की जनसंपर्क सभाओं में लोगो की भीड़ बहुत अच्छी रही। वही सांसद पटेल के समर्थकों में भी कम भीड़ को लेकर ज्यादा ख़ुशी नजर नही आई।
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