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एक बिनब्याही मां के बारे में जानकर हैरान रह जायेगे आप

एक बिनब्याही मां के बारे में जानकर हैरान रह जायेगे आप

मोदरान न्यूज, नेटवर्क

दो माह के एक नवजात शिशु पर अधिकार की लड़ाई में उसे पालनेवाली मां की गोद सूनी हुई। वहीं, उसे जन्म देनेवाली बिनब्याही मां की गोद भर गई। आयोग के पास इस वर्ष 24 अप्रैल को एक बच्चे का मामला आया था, जिसमें शिकायतकर्ता ने अपना बच्चा वापस दिलाने की गुहार लगाई थी। इस पर कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को महिला आयोग ने बच्चे को उसे जन्म देनेवाली मां को सौंप दिया।

खबरों के अनुसार शिकायतकर्ता सरायकेला की है और वहां एक घर में घरेलू कामगार के तौर पर काम करती थी। उसे किसी से प्रेम हुआ। प्रेमी ने शादी का झांसा देकर उससे शारीरिक संबंध बनाया और इसके बाद शादी से मुकर गया। गर्भवती होने पर बिनब्याही महिला गर्भपात कराना चाहती थी लेकिन वह जिस घर में काम करती थी, वहां की मालकिन ने उसे ऐसा करने से मना किया।

बच्चे्च के जन्म के बाद नागपुर की एक निरूसंतान दंपति ने बच्चे को गोद ले लिया। इसके लिए बकायदा दंपति ने कानूनी प्रक्रिया के तहत डेढ़ लाख की राशि देकर एफिडेविट कराया। लेकिन, कुछ दिनों में ही जन्म देनेवाली मां अपने बच्चे को वापस पाने के लिए तड़प उठीजब यह मामला महिला आयोग में आया तो आयोग की अध्यक्ष कल्याणी शरण ने सरायकेला एसपी से बात कर इसकी पड़ताल की।

इसमें पता चला कि शिकायत करने वाली महिला का प्रेमी पहले से शादीशुदा है। प्रेमी को सुनवाई के लिए आयोग बुलाया गया, उसने अपनी गलती स्वीकार कर ली। अध्यक्ष कल्याणी शरण ने कहा कि अगर वह अविवाहित होता तो महिला से उसकी शादी कराई जा सकती थी। लेकिन, उसके शादीशुदा होने के कारण उसे विवाह करने के लिए नहीं कहा जा सकता।

गोद लेनेवाले दंपति ने आयोग कार्यालय में अध्यक्ष की मौजूदगी में शिकायत करने वाली महिला को बच्चा सौंप दिया। यह ऐसी घड़ी थी कि जब पालनेवाली मां के आंसू थम नहीं रहे थे। वह बच्चे के लिए बिलख रही थी। वहीं, जन्म देनेवाली मां की आंखों में खुशी के आंसू थे। उसने कहा कि पैसे की कमी के कारण उसने अपना बच्चा गोद दिया था, लेकिन अब वह उसे पालना चाहती है। उनका मामला कोर्ट में भी चल रहा है।

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