*आजादी के कई वर्षों के पश्चात भी कई मूलभूत सुविधाओ से वंचित मोदरान गाँव*
मोदरान न्यूज
जेजे राजपुरोहित
26मार्च 2017.
*सडक,यातायात रोडवेज बस , ATM ,दूरसंचार,परिवहन आदी सेवाओ से कोसो दूर*
*आज भी विकास ग्रामीणो के लिए सपना बना हुआ*
रामसीन उप तहसील से करीब पैंतीस किलोमीटर दूर स्थित मोदरान गाॅव आज भी विकास से कोसो दूर है।
सडक के अभाव मे ग्रामीणो को भारी मूसीबतो का सामना करना पडता है।मागॅ ऐसा की पैदल चलना भी मुश्किल लगता है।सडक व यातायात के अभाव मे मोदरान गाँव को आज भी विकास की दरकार है। गाॅव मे सड़क बस परिवहन सैवा से कोई वास्ता नही है।
आज भी लोग बीसवी सदी मे जीने को मजबूर है। मोदरा गाँव से भीमपूरा सैरणा और धानसा आदि गाँव दो से दस किलोमीटर दूर है।और पूरे मागॅ मे जगह जगह खड्डे व उबड खाबड है। वाहन चलाना जंग जीतने से कम नही है। ग्रामीणो ने कई बार प्रशासन व जनप्रतिनिधियो से सडक बनाने की माॅग की मगर अब तक कोई कायॅवाही नही हुई।
बरसात के मौसम मे प्रसुता व बीमार को अन्यत्र ले जाने के लिए लोगो को भारी मश्कत करनी पडती है। कभी कभी टैन की पटरी सै चारपाई पर मरीज को लेटा कर रास्त पार करना पडता है।बरसात के समय भीनमाल
मागॅ मे तीन चार नदी-नाले आते है तब समस्या और भी बड जाती है।
ग्रामीण छैलसिह राठौड सूरसिह राठौड़ दिनाराम सूरेश कूमार ने बताया की सडक व यातायात के अभाव मे समय पर ईलाज नही मिलने से तीन प्रसुताओ की मौत हो सूकी है।
गाॅव मे प्राथमिक चिकित्सा सेवा , व यातायात की सुविधा सही नही होने से लोगो को भारी मूसीबते झेलनी पडती है।
और ATM मशीन की सूविधा नहीं होनै के कारण लोगों को 35 सै 40किलोमीटर दूर जालोर भीनमाल जाना पड़ता है जिससे बहुत परेशानी होती है
यातायात व सडक के अभाव मे अधिकतर विधाथीॅ आगे की पढाई छोड देते है।
जबकी लडकीयो के शिक्षा का स्तर अति निम्न है।
जालोर जिले के पूवॅ जिला कलेक्टर जितेन्द्र कुमार सोनी ने मोदरान गाॅव का दौरा कर सम्बन्धीत विभाग के अधिकारीयो को मौके पर बुलाकर बैठक लेकर आवश्यक दिशा निदेॅश दिये थे। उस समय गाॅव मे कुछ काम जरूर हूए थे मोदरान गाँव देश की आजादी के पश्चात भी उपेक्षा की शिकार बना हुआ है।गाॅव मूलभूत सुविधाओ से आज भी वंचित है। हर बार श्रेत्र के जनप्रतिनि चुनाव के समय मे सडक के साथ अन्य सुविधाओ के वादे करते रहे लेकिन आज भी धरातल पर शुन्य है।
प्रकृति के बीच मे रहने वाले ग्रामीण आज विकट स्थति मे जीवन यापन करते है। जबकी इस बार परीसीमन मे मोदरान गाँव को जसवंतपूरा तहसिल जोडा है। जो की तहसील गाव से बहूत दूर स्थित है गाॅव मे अधिकत्तर पशुपालक व कृषक है।
मतदान करने दस किलोमीटर पैदल जाते है ग्रामीण- मोदरान की ढाणी के ग्रामीण हर बार विधानसभा व लोकसभा का मतदान करने पैदल दस किलोमीटर दूर मोदरान गाव जाते है।हर बार सडक बनाने का वादा होता है।लेकिन आज भी सडक का ग्रामीणो को इंतजार है।
*मोदरान मे प्रसिद्घ व प्राचीन श्री आशापूरी माताजी का मंदिर है*
मोदरान गाँव में 1900 हजार वर्षो प्राचीन व प्रसिद्घ श्री आशापूरी महोदरी माताजी का मंदिर है। जहाॅ दूर दूर से भक्त आते है। लेकिन सडक टूटी होने के कारण ग्रामीणो के साथ बाहर से आने वाले भक्तो को भी भारी मूसीबते झेलनी पड रही है।करीब 35 वषॅ से मंदिर की पूजा करने वाले पुजारी डूगर पूरी ने बताया की मोदरान गाॅव आज तक कई मूलभूत सुविधाओ से वंचित है।साथ ही मोदरान में पौरोणिक व ऐतिहासिक महत्व के अवशेष आज भी मौजूद थे ।
मंदिर के पीछे कदम के वृक्ष गुजॅर काल के मौजूद है। आज भी पुरानी प्रतिमा, परकोटा व दिवार मौजूद है।
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