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शक्कर की तरह घुल जाते हैं राजस्थानी-गहलोत

*शक्कर की तरह घुल जाते हैं राजस्थानी: गहलोत*

*🖋दिनेश राजपुरोहित नून*
*राजस्थान भारती/मोदरान न्यूज़ नेटवर्क(बेंगलूरु)* राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थानी जहां भी रहते हैं शक्कर की तरह घुल जाते हैं। जिस प्रदेश में राजस्थानी जाते हैं वहां की भाषा, संस्कृति को अपना लेते हैं, लेकिन अपनी पारंपरिक संस्कृति को सदैव जिंदा रखते हैं।

वे रविवार को राजस्थानी मित्र मंडल की ओर से पैलेस ग्राउंड के प्रिंसेज श्राइन में आयोजित होली स्नेह मिलन कार्यक्रम को बतौर मुख्यअतिथि संबोधित कर रहे थे। गहलोत ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में विकास के खूब काम हुए। ऐसे प्रयास किए गए थे कि प्रत्येक नागरिक तक सरकारी लाभ पहुंचे।

उन्होंने कहा कि प्रवासी राजस्थानियों को अगर कर्नाटक में कोई समस्या आए तो वे प्रदेश सरकार के माध्यम से समस्याओं का समधान करने का प्रयास अवश्य करेंगे। समारोह के माध्यम से प्रवासियों को एक मंच पर लाने के लिए मित्र मंडल को धन्यवाद देते हुए उन्होंने राजस्थान में उनके कार्यकाल में चलाई गई जन कल्याणकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला।
राज्य के ऊर्जा मंत्री डी.के.शिवकुमार ने कहा कि राजस्थानी अब कर्नाटक में प्रवासी नहीं हैं। अब राजस्थानी कर्नाटक के अहम नागरिक हैं। कर्नाटक कांग्रेस प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव ने कहा कि राजस्थानियों का सेवा कार्य अनुकरणीय है।

कार्यक्रम में पाली के पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़, राज्यसभा के पूर्व सांसद सागरभाई रायका, राजस्थान पर्यटक विकास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष रणदीप धनकड़, राजस्थान बीज निगम के पूर्व अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़, जालोर के पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल, राजस्थान कांग्रेस के महासचिव पुखराज पारासर, राजस्थान पशुपालक कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष खेताराम देवासी, सिवाना प्रधान गरीमा राजपुरोहित, राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के पूर्व सचिव डॉ भवी मीणा, जालोर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नैनसिंह राजपुरोहित,जालोर-सिरोही लोकसभा युवा कांग्रेस महाससिव अर्जुनसिंह राजपुरोहित उपस्थित थे। इस मौके पर मंडल की ओर से राजस्थान समाज के प्रतिनिधियों ने गहलोत व अन्य अतिथियों का सम्मान किया। पारंपरिक राजस्थानी गेर नृत्य की प्रस्तुति दी गई।

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