जालोर: ग्रामीण पृष्ठभूमि से उठे, आतंकियों से लोहा लेकर ड्यूटी कर रहे ऐसे पुलिस अधिकारी की कहानी पढ़िए

- चारित्रिक गुणों के विकास को प्राथमिकता देते हुए जीवन में आगे बढ़ रहे हैं पुलिस निरीक्षक ओमप्रकाश गोदारा
जालौर (जगमालसिंह राजपुरोहित मोदरान )। जिले की जसवंतपुरा तहसील में मोदरान में कुछ बिश्नोई परिवार एवं निकटवर्ती गांव बासड़ाधनजी में बिश्नोईयों का गोलिया एक छोटी सी बिश्नोई बस्ती है। यहां कुल मिलाकर एक सौ से भी कम परिवार। इन परिवारों में से अनेक प्रतिभाएं व्यापार एवं लोक सेवा में सफल होकर समाज के सर्वांगीण विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान प्रदान कर रही है। यहां की कठिन परिश्रमी एवं कुशाग्र बुद्धि युवाओं ने अनेक सफलताएं प्राप्त की है इनमें से कई युवा समाज के उत्थान एवं धार्मिक परिवेश के उन्नयन में अपना योगदान दे रहे हैं। इसी बस्ती के एक छोटे से किसान परिवार में जन्मे ओमप्रकाश गोदारा पुलिस उपनिरीक्षक के पद पर राजकीय सेवा में आए उसके पश्चात निष्ठा पूर्वक निडरता से कार्य करते हुए अपने नेतृत्व में आंतकवादी गतिविधियों, चोरी की संगीन वारदातों, तस्करी एवं अन्य अपराधियों के विरुद्ध पुलिस कार्रवाई कर विभाग में प्रतिष्ठा प्राप्त की है।
युवा अधिकारी ओमप्रकाश गोदारा सरल स्वभाव के ऊर्जावान युवा है। इनकी सोच, कार्यप्रणाली एवं सफलताओं से युवाओं में प्रेरणा का संचार होना स्वभाविक है इसी कारण से पुस्तक के इस अध्याय में हम इनका संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत कर रहे हैं।
पारिवारिक जानकारी
पुलिस निरीक्षक ओमप्रकाश गोदारा के पिताजी मोबताराम गोदारा कृषि कार्य करते हैं । माताजी श्रीमती केली देवी गृहणी है। बड़े भाई राजा राम राजस्थान पुलिस में सेवारत हैं । वर्तमान में वे पुलिस थाना सायला जिला जालौर में हेड कांस्टेबल के पद पर नियुक्त हैं। दूसरे भाई हनुमान व्यापार एवं खेती-बाड़ी संभालते हैं। धर्मपत्नी श्रीमती प्रेम बिश्नोई राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में वरिष्ठ अध्यापिका है। एक पुत्री प्रतीभा है।
पुलिस निरीक्षक ओमप्रकाश गोदारा की संपूर्ण शिक्षा सरकारी संस्थानों में हुई है । उच्च प्राथमिक शिक्षा राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बासड़ा धनजी से प्राप्त की। माध्यमिक परीक्षा राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल जालौर से उत्तीर्ण की इसके पश्चात। हनुमानगढ़ चले गए और वहां से सीनियर सेकेंडरी तक शिक्षा ग्रहण की। उच्च शिक्षण दयानंद महाविद्यालय अजमेर से प्राप्त करते हुए बीएससी एवं एम.ए. की उपाधि प्राप्त की। वर्ष में राजस्थान पुलिस में उप निरीक्षक के पद पर नियुक्त हुए। वर्ष 2013 में जोधपुर में आंतकवादी गतिविधियों में लिप्त आतंकवादियों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार करते हुए जीवित बम जप्त कर राष्ट्रीय सुरक्षा में बेहतर सेवा दी। इसी तरह बाड़मेर जिले में सेवारत रहते हुए 2017 में केयर्न एनर्जी में बहुचर्चित क्रूड ऑयल चोरी का पर्दाफाश किया। इसी तरह आप निरंतर मादक पदार्थों की तस्करी के विरुद्ध कार्रवाई करते रहे हैं।
समाज के लिए दिया यह संदेश
पुलिस निरीक्षक ओमप्रकाश गोदारा का कहना है कि राष्ट्र निर्माण में युवाओं को महती भूमिका निभानी होगी। किसी भी समाज एवं राष्ट्र के व्यक्तियों के चरित्रिक गुणों का विकास ही उसकी सच्ची सभ्यता संस्कृति एवं विकास की कुंजी है। इसलिए युवाओं के चारित्रिक गुणों के विकास पर ध्यान देने की और इसके प्रति युवा में जागृति लेने की आज के समय में महत्ती आवश्यकता है। समाज एवं राष्ट्र के सर्वांगीण विकास के हेतु व्यक्ति को सद्चरित्रवान रहकर समाज व राष्ट्र की उन्नति के लिए सही दिशा में कार्य करते रहना चाहिए।
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