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समदडी-भीलडी व बाडमेर से लम्बी दुरी की नियमित यात्री गाडी चलाने की मांग करने के लिए ज्ञापन भेजा


मोदरान न्यूज 

जगमालसिंह राजपुरोहित 


देश में दुसरी बार प्रधानमंत्री बने नरेन्द्र मोदी एवं नये रेल मंत्री के लिए रेल मंत्रालय , रक्षा मंत्रालय ओर प्रधानमंत्री कार्यालय को एक ज्ञापन भेज कर देश के जवानों के लिए रक्षा मंत्रालय से सलाह मशविरा करने के बाद बाड़मेर ( रिफाइनरी हब )

जिले की रेल समस्याओं को लेकर अवगत कराया कि जोधपुर मंडल के बाड़मेर रेल्वे स्टेशन से समदडी-जालोर- भीनमाल -भीलडी रेल मार्ग पर दस वर्ष बाद भी जोधपुर -अहमदाबाद लम्बी दुरी की एक भी यात्री ट्रेन नही चल रही हैं । जिससे यहां के हजारों गांवों की जनता को रेल आवागमन में परेशानी हो रही हैं और सरहदों पर तैनात जवानों की परेशानियों को दूर करने का प्रयास करेंगे।

ज्ञापन में बताया कि समदडी -भीलडी रेल लाइन पर ब्रॉड गेज परिवर्तन हुए क़रीब 9 -10 वर्ष से भी ज़्यादा समय हो चुका है । लेकिन जालोर जिले के कई लोग अपने व्यापार के लिए दक्षिण भारत में बस रहे है । उनको अपने परदेश जाने के लिए कोई रेलगाड़ी नही है तथा दक्षिण भारत से मारवाड़ आने हेतु भी सीधी सुविधा उपलब्ध नहीं है । अमृतसर, जम्मू-कश्मीर, हावड़ा, चेन्नई, दिल्ली,मुम्बई, गांधीधाम,पुरी, बैंगलोर, हैदराबाद, कालीकट, न्यूजलपाईगुड़ी से जोधपुर-बाडमेर वाया समदड़ी – भीलड़ी ट्रेन चलाने की मांग पिछले कई वर्षो से चल रही है, लेकिन अभी तक एक भी रेलगाङी बाड़मेर से नही होने के कारण जनता असंतोष महसूस कर रही है । वर्तमान में लम्बी बड़ी दूरी के लिए बीकानेर से मुम्बई दादर तक सप्ताह में दो दिन, जोधपुर से गाँधीधाम तक सप्ताह में तीन दिन, जोधपुर से अहमदाबाद तक सप्ताह में एक दिन और बाड़मेर से बैंगलोर ए सी गाड़ी सप्ताह में एक दिन ही चल रही है ,को बाड़मेर रेल्वे स्टेशन से प्रतिदिन संचालित किया जा सकता है।

ज्ञापन में बताया कि वर्तमान में बाड़मेर – जोधपुर  अहमदाबाद के बीच इस मार्ग से प्रतिदिन एक भी ट्रेन नियमित नहीं चल रही है । जबकि पूर्व में मीटर गेज लाइन के समय भी जोधपुर-अहमदाबाद वाया समदडी -जालोर- भीनमाल -भीलडी के रास्ते दो ट्रेन प्रतिदिन चलती थी । इस क्षैत्र के काफ़ी लोग आजीविका और ऊँच शिक्षा के लिए दक्षिण भारत और उत्तर भारत में बसे हुए है और उन्हें निरंतर यहाँ पर आना जाना पड़ता है । इस क्षैत्र में भांडवपुर जैन तीर्थ, बाकरारोड, नाकोड़ा जैन मंदिर, स्वर्ण गिरी दुर्ग जालोर, 72 जिनालय जैन मंदिर मारवाड भीनमाल , जहाज़ मंदिर बिशनगढ, सुंधा माता मन्दिर रानीवाडा, बालोतरा, नाकोड़ा तीर्थ, आशापुरी महोदरी माताजी मंदिर मोदरान, अडसठ अक्षर नवकार मंदिर मोदरान आदि स्टेशनो पर लोकप्रिय धार्मिक आस्था के केंद्र होने से निरन्तर भक्तों की आवाजाही रहती है । जालोर ज़िला मुख्यालय में ग्रैनाईट की एवं मारवाड भीनमाल में इसबगोल की देश की सबसे बड़ी मण्डी होने के कारण व्यापारियों का आवागमन भी निरन्तर रहता है । इतना सब होने के बाद भी रेल सुविधा यहां नाम मात्र की यानि नहीं के बराबर होने के कारण उन्हें मजबूरी में सड़क मार्ग से या यहाँ से क़रीब 100-150 किलोमीटर दूर जाकर लम्बी दुरी की ट्रेन फ़ालना, पिंडवाडा, आबू रोड आदि स्थानो से ट्रेन पकड़नी पड़ती है। जोधपुर-अहमदाबाद वाया- पाली-फ़ालना-आबुरोड़ मार्ग पर अलग अलग क्षैत्र के लिये प्रतिदिन क़रीब 30-40 रेल गाड़ियों की आवाजाही रहती है। जिससे यह रेल मार्ग अत्यधिक व्यस्त रहता है । जबकि बाड़मेर, जोधपुर -अहमदाबाद वाया जालोर-भीनमाल- भीलडी रेल मार्ग पर प्रतिदिन एक भी नियमित ट्रेन नहीं है । जबकि दूरी के हिसाब से भी यह मार्ग काफ़ी छोटा है और यात्री भार भी पर्याप्त मात्रा मे मिल है ।
रेल सेवाओं की कमी के कारण बाड़मेर जैसलमेर से प्रतिदिन सैकड़ों बसों में हजारों यात्रियों को देश के अन्य हिस्सों में यात्रा करने के लिए मजबूर हो जाते हैं। जो कभी कभी तो जान जोखिम में डालकर जानलेवा साबित भी हुआ है,कई परिवारों के चिराग बुझा दिए गए हैं।

आशापुरी रेलवे संघर्ष समिती  ने प्रधानमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में बताया कि वर्तमान में सप्ताह में दो बार चल रही बीकानेर-दादर एक्सप्रेस ट्रेन को प्रतिदिन नियमित करने और बाड़मेर के लिए भी बढ़ाकर बाड़मेर जिले के लोगों को सुविधा दी जा सकती है । दक्षिण भारत और उतर भारत के लिए लम्बी दूरी की कुछ ट्रेन का विस्तार करने के बाद अथवा मार्ग परिवर्तन कर बाड़मेर, समदडी -भीलडी मार्ग से चलाया जाए । जिससे इस क्षैत्र की जनता को राहत मिले और इस पिछड़े जालोर, सिरोही, बाडमेर क्षैत्र का विकास हो सके ।

मोदरान न्यूज


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