*पापा की प्रेरणा से बेटी ने किया रक्तदान*
जगमालसिंह राजपुरोहित
@ मोदरान
कहते है की नारी अबला होती है इन पंक्तियों को पूरी तरह से ख़ारिज करते हुए इंजिनियरिंग छात्रा अम्बाकुमारी ने साबित कर दिया की नारी सबला होती है।।
कहते है की दिल में कुछ करने का जज्बा हो और कुछ करने की चाहत हो तो कई भ्रांतियो को तोडा जा सकता है।
ग्लोबल हॉस्पिटल ट्रोमा सेंटर तलहटी आबू रोड सिरोही में अनीमिया रोगी सुनीता पत्नी ईश्वर जी को रक्त की कमी हुई तो चितलवाना रक्तकोष प्रभारी नरेंद्र राणावत ने छात्रा अम्बाकुमारी को प्रेरित किया तो उसने रक्त देने की हामी भर दी,जल्द हॉस्पिटल पहुंचकर बी पॉजिटिव रक्तदान किया,गौरतलब है की दो दिन पहले ही अम्बा कुमारी के पिताजी केवलाराम जी अध्यापक ने साँचोर के एक निजी हॉस्पिटल में गर्भवती महिला की जान बचाई थी।
रक्तकोष प्रदेश सचिव रामगोपाल बिश्नोई ने बताया की अम्बा के रक्तदान करने से महिलाओं में कई मिथक टूटेंगे,इनसे नारी शक्ति को प्रेरणा मिलेगी और कई महिलाये रक्तदान करने के लिए प्रेरित होगी।।
3 टिप्पणियाँ
आभार जगमाल सिंह जी
जवाब देंहटाएंमहिलाओं की जागरूकता और प्रेरणा की मिसाल देती न्यूज़ को आपने लगाई
Nice very good Amma
जवाब देंहटाएंveri nice work
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