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प्री एक्टीवेट सिम पर चल रहा ''गन्दा धंधा'' ,ट्राई को पत्र लिखेगी पुलि

प्री एक्टीवेट सिम पर चल रहा ‘गंदा धंधा’, ट्राई को पत्र लिखेगी पुलिस


MODRAN NEWS

रायपुर। विभिन्न कंपनियों से जारी प्री एक्टीवेट सिम पर पूरा क्रिकेट सट्टा बाजार धड़ल्ले से दौड़ रहा है। बड़े खाईवालों से बरामद ज्यादातर नंबर फर्जी नाम और पते पर पाए गए हैं। मुंबई में बैठकर रायपुर में सट्टा खिलाने के खुलासे के बाद पुलिस अब टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया को पत्र लिखने की तैयारी कर रही है, ताकि प्री एक्टीवेट सिम बेचने पर लगाम लगाई जा सके।

चार बड़े ठिकानों पर पकड़े गए खाईवालों के फोन नंबरों की जांच करने पर उनके फर्जी होने का पता चला। पुलिस सूत्रों के अनुसार ये सभी नंबर प्री एक्टीवेट थे। रिटेलर्स से थोक में फोन नंबर खरीदकर खाईवालों ने एजेंटों को बांट दिए। इसी से पूरा कारोबार हो रहा है।

अफसरों का कहना है एक व्यक्ति के नाम और पते पर 40-50 नंबर एक्टीवेट कर दिए जा रहे हैं। इसके बाद इन नंबरों को बाजार में खपाया जा रहा है, जिसका फायदा सट्टा, ठगी समेत दूसरे अवैध कारोबार करने वाले उठा रहे हैं।

क्राइम के छापे में मिले थे डेढ़ हजार फर्जी नंबर

रायपुर गंज इलाके में क्राइम ब्रांच ने छह महीने पहले 6 मोबाइल दुकानों पर छापा मारा था। इनके पास से करीब डेढ़ हजार फोन नंबर मिले थे, जो फर्जी नाम और पते पर एक्टीवेट कराए गए थे। फर्जी नंबरों का इस्तेमाल आर्थिक सहित अन्य अपराध के क्षेत्र में धड़ल्ले से किया जा रहा है। सोशल मीडिया में फेक आईडी बनाकर ठगी व अन्य अपराध करने की कई शिकायतें पुलिस के पास पहुंची हैं।

खंगाले जाएंगे बड़े खाईवालों के बैंक खाते

बड़े खाईवालों के बैंक खाते खंगाले जाएंगे। ऑनलाइन कारोबार में भुगतान भी ऑनलाइन होने का शक है। हालांकि खाईवालों ने एजेंट बनाकर मनी ट्रांजेक्शन करने की बात कही है। पुलिस तह तक जाकर जांच करेगी।

जांच कर रहे

खाईवालों के पास से मिले नंबरों की जांच की जा रही है। सभी नंबर प्री एक्टीवेट होने का पता चला है। ज्यादातर सटोरिए ऐसे ही नंबरों का इस्तेमाल कर रहे हैं। बढ़ते दूसरे अपराधों को देखते हुए इस पर लगाम कसने ट्राई से संपर्क किया जाएगा। – विजय अग्रवाल, एएसपी सिटी

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